◀ रानी की वाव ▶
▶रानी की वाव भारत के
गुजरात राज्य के पाटण में
स्थित प्रसिद्ध बावड़ी (सीढ़ीदार कुआँ) है।
▶22 जून 2014 को इसे यूनेस्को के विश्व विरासत स्थलमें सम्मिलित किया गया
▶पाटण को पहले 'अन्हिलपुर' के नाम से जाना जाता था, जो गुजरात की पूर्व राजधानी थी।
▶कहते हैंकि रानी की वाव वर्ष 1063 में सोलंकी शासनके राजा भीमदेव प्रथमकी याद में उनकी पत्नी रानी उदयामति ने बनवाया था।
▶यह वाव 64 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा ↔तथा 27 मीटर गहरा है।
▶यह भारत में अपनी तरह का अनूठा वाव है।
▶वाव के खंभे सोलंकी वंश और उनके वास्तुकला के चमत्कार के समय में ले जाते हैं।
▶वाव की दीवारों और स्तंभों पर अधिकांश नक्काशियां राम, वामन, महिषासुर मर्दिनी ,कल्कि, आदि जैसे अवतारों के विभिन्न रूपों में भगवान विष्णुको समर्पित हैं
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