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આજની આકાશવાણી

वह चीज जो दूर दिखाई देती है, जो असंभव दिखाई देती है, जो हमारी पहुच से बहार दिखाई देती है, वह भी आसानी से हासिल हो सकती है यदि हम तप करते है. क्यों की तप से ऊपर कुछ नहीं. That thing which is distant, that thing which appears impossible, and that which is far beyond our reach, can be easily attained through tapasya (religious austerity), for nothing can surpass austerity.

Thursday, January 28, 2016

● लाला लाजपत राय ● जीवन परीचय ◆

● लाला लाजपत राय ●

जन्म - 28 जनवरी 1865
दुधिके,पंजाब,बर्तानवी भारत(अब भारत में है)

मृत्यु - 17 नवम्बर 1928 (उम्र 63)लाहौर,बर्तानवी भारत(अब पाकिस्तान में है)

संस्था - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस,आर्य समाज,हिन्दू महासभा राजनीतिक

आंदोलन - भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन

धर्म - हिंदू धर्म

लाला लाजपत राय (पंजाबी:ਲਾਲਾ ਲਾਜਪਤ ਰਾਏ,जन्म: 28 जनवरी1865-मृत्यु: 17 नवम्बर1928)

भारतके एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्हेंपंजाब केसरी भी कहा जाता है।

इन्होंने पंजाब नैशनल बैंकऔर लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की थी। येभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दलके तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पालमें से एक थे।

सन्1928में इन्होंने साइमन कमीशनके विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुएलाठी-चार्जमें ये बुरी तरह से घायल हो गये और अन्तत: १७ नवम्बर सन् १९२८ को इनकी महान आत्मा ने पार्थिव देह त्याग दी।

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