નમસ્કાર...મિત્રો આપ સૌનું મારા આ શૈક્ષણિક બ્લોગમાં સ્વાગત છે,અહીંં વિવિધ સંદર્ભોમાંથી સંકલિત કરેલ તેમજ મારા દ્વારા બનાવેલ શૈક્ષણિક સામગ્રી મુકવાનો એક નમ્ર પ્રયાસ છે..આશા છે કે આપને અહીં વારંવાર આવવાનુ ગમશે.

આજની આકાશવાણી

वह चीज जो दूर दिखाई देती है, जो असंभव दिखाई देती है, जो हमारी पहुच से बहार दिखाई देती है, वह भी आसानी से हासिल हो सकती है यदि हम तप करते है. क्यों की तप से ऊपर कुछ नहीं. That thing which is distant, that thing which appears impossible, and that which is far beyond our reach, can be easily attained through tapasya (religious austerity), for nothing can surpass austerity.

Monday, January 04, 2016

◆Rajy na Nrutyo na short cut◆રાજ્યના નૃત્યો યાદ રાખવાની ટ્રીક્સ◆

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● ज्ञान की दुनिया
●करेले कि कथा
✔केरल = कथकली
●पंजे में भांग डालो
✔पंजाब = भांगड़ा
● राजा तुम घुमो
✔ राजस्थान = घूमर
●असम कि बहु
✔असम = बिहू
●अरुण क मुखोटा
✔अरुणाचल = मुखोटा
● गुज़र गई गरीबी
✔गुजरात = गरबा
●झाड़ू में छाऊ
✔झारखण्ड = छऊ
●U K में गडा
✔ उत्तराखंड = गढ़वाली
● अंधेरे मे कच्ची पूरी खाई खाई
✔आंधरा = कचिपूडि
●छतरी मे गाड़ी
✔ छत्तीसगढ़ = गाडी

● हिम्मत कि धमाल
✔ हिमाचल =धमाल
●गोवा कि मंडी
✔गोवा = मंडी
● बंगले कि काठी
✔पशिम बंगाल =काठी
● मेघ लाओ
✔मेघालय = लावणी
●नाग कि चोच
✔नागालैंड = चोंग
●उड़ी उड़ीं बबा
✔उड़ीसा = ओड़िसी
●कान( कर्ण) में करो यक्ष ज्ञा
✔कर्नाटक = यक्ष ज्ञान
●जम्मुरा
✔ जम्मू कश्मीर = राउफ
●तुम मिले भरत
✔ तमिलनाडु =भरतनाट्यम
●उत्तर की रास
✔ उत्तर प्रदेश =रासलीला

◆महाराष्ट्र के लोक नृत्य◆
●तला हुआ दही
✔त- तमासा
✔ला- लावनी "हुआ-silent"
✔द- दढ़ही (ढ़ही)
✔ही- हण्डी

●असम के लोकनृत्य

●विधवा बहु नमक से खेले

✔विधवा-विधुवा
✔बहु-बिहू
✔न-नटपुजा और नागनृत्य
✔म-महारास
✔क-कलिगोपाल
✔से-सतरिया
✔खेले-खेलगोपाल

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